सोमवार, 19 फ़रवरी 2018

"मुर्गा भौंकता है" (विरासत के झरोखे से...भाग-सात)

विश्वत सेन

"मुर्गा भौंकता है।" है न अचरज की बात! यह वाक्य पढ़कर आप कहेंगे कि आपसे होली के मौसम में ठिठोली की जा रही है, मगर आप इसे होली की ठिठोली न समझें। यह हकीकत है। प्राकृतिक तौर पर तो कुत्ता भौंकता है, मगर दुनिया में लोग मुर्गे को भी भौंका रहे हैं; जैसे भारत में पेपरलेस इकोनॉमी के लिए 'अनहोनी को होनी और होनी को अनहोनी' में तब्दील किया जा रहा है।

मुर्गे का भौंकना भी नेचुरली हैरान करने वाली बात है, मगर मलेशिया की सरकार ने इसे सच कर दिखाया है। मलेशिया भारत का मित्र राष्ट्र है और सत्तासीन होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर भाई मोदी मलेशिया का दौरा भी कर चुके हैं। जाहिर सी बात है, 'दुनिया का विश्वगुरु बनने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार अननेचुरल को प्रैक्टिकल बनाने के लिए भगीरथ प्रयास कर सकती है, तो भला मलेशिया पीछे क्यों रहे। सो, उसने 'मुर्गे को भौंकाने का भगीरथ प्रयास' कर दिया। आखिर भारत का मित्र है और हर मित्र अपने अनन्य का अनुकरण करता ही है और करना चाहिए।

दरअसल, वाकिया यह है कि मलेशिया सरकार ने लूनर न्यू ईयर को सेलिब्रेट करने के लिए पूरे पन्ने का एक विज्ञापन प्रकाशित करवाया है। इस विज्ञापन में मुर्गे को भौंकते हुए दिखाया गया है। इसका कारण यह है कि चीनी राशि चक्र में 12 साल का एक चक्र माना जाता है। इसमें हर साल को एक जानवर के रूप में दर्शाया जाता है। इस हिसाब से मलेशिया में चीनी राशि चक्र के अनुसार रूस्टर ईयर यानी मुर्गे वाला साल अभी हाल ही में खत्म हुआ है। अब डॉग ईयर शुरू हुआ है। मलेशिया सरकार के वाणिज्य मंत्रालय ने विज्ञापन के माध्यम से डाग ईयर की शुभकामनाएं दी, मगर इस विज्ञापन में मुर्गे को चीनी भाषा में कुत्ते की तरह भौंकता हुआ दर्शाया गया है यानी दो जैविक प्रजातियों के नेचुरल कार्य-व्यवहार का घालमेल। जैसे भारत में इस समय हिंदू धर्म के नाम पर घालमेल किया जा रहा है। आर्य संस्कृति के सनातन धर्म को जबरन हिंदू धर्म बनाया जा रहा है।

खैर, मलेशिया सरकार के वाणिज्य मंत्रालय ने विज्ञापन के जरिए घालमेल तैयार कर तो दिया, मगर इस विज्ञापन के बाद उसे आलोचना का भी शिकार होना पड़ा। आनन फानन में वाणिज्य मंत्रालय इसे तकनीकी त्रुटि बताकर माफी भी मांग लिया, मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डिजिटाइजेशन के इस युग में जहां व्हाट्सएप जैसे महाज्ञानियों की यूनिवर्सिटी संचालित हो रही हो, तो भला #मिर्च_मुसल्लम के साथ यह ज्ञान प्रसारित न हो, यह संभव नहीं। सो, मुर्गे के भौंकने वाला ज्ञान भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और अब भारतीय अखबारों की सुर्खियां बन गया। मुर्गे को भौंकने वाली यह खबर सहूलियत के हिसाब से प्रकाशित की जा रही है और लोगों द्वारा नमक, मिर्च मसाले के साथ इसका मजा भी लिया जा रहा है। मैंने भी सहूलियत के हिसाब से आपके लिए परोसा है, आप भी मजे लें।

जारी...

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